प्रिय पाठक, प्रिय पाठक, स्वागत है आपका गुमनाम मौतों का घर इस भुतिया हिंदी कहानी पर. मौत का घर इस अपरिचित कहानी की यह घटना अगस्त 1976 की है. शिकागो शहर में रॉबर्ट नाम का एक व्यक्ति अपनी पत्नी के साथ अपने घर में रहता था. उस घर का नाम था ‘The Silver Owk’. एक रात उन दोनों ने एक बूढे आदमी को सीढियां चढ़कर आते हुए देखा, वह काफी कमजोर और थका हुवा लग रहा था. कुछ देर बाद वह सीढियो पर बैठकर रोने लगा. रॉबर्ट ने उससे उसका परिचय और रोने का कारण पूछा.गुमनाम मौतों का घर Best Hindi Kahani

इसका परिणाम यह हुआ कि वे दोनों पति-पत्नी पागलो जैसी हरकते करने लगे. सुबह होने पर कुछ लोगो ने उन्हें हॉस्पिटल पहुँचाया, जहाँ कुछ समय बाद उनकी मृत्यु हो गयी. ‘सिल्वर ओक’ नाम का यह घर 1890 में एलेग्जेंडर नामक एक महान वैज्ञानिक ने बनवाया था.

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उसने इस घर पर एक बड़ी राशि खर्च की. उस समय की सबसे महंगी और भव्य चीजो का इस्तेमाल करके इसे कलात्मक रुप दिया गया, यही कारण था कि इसे जो भी खरीदता था, इसके बारे में पूछताछ करना जरूरी नही समझता था.

जबकि हकीकत यह थी कि इस मकान में जो भी रहता था, वह जीवित नही रह पाता था. यह एक ऐसा  गुमनाम मौतों का घर था जिसमे जो रहने लगता उसे एक गुमनाम मौत मिलती थी. खुद इस मकान के मालिक एलेक्जेंडर भी इसमें ज्यादा दिन जीवित नही रह पाये. केवल दो साल बाद ही उनका दिमागी संतुलन बिगड़ गया और वह हमेशा कुछ बड़बड़ाते रहते थे. एक दिन वह अपने बिस्तर पर ही मरे मिले.

उनकी मौत की घटना जब पुराणी हो गयी तो उनके भाई ने इसे बेचना चाहा. एक अमीर महिला ने इसे एक बड़ी धनराशि चुकाकर खरीद लिया. उसके चाचा सोने के व्यापारी थे, उनके पास अपार संपत्ति थी. उसके खुद के पास कोई बच्चा नही था. इसलिये उन्होंने अपनी असीम दौलत अपनी भतीजी मारथा के नाम करदी.

मारथा अपने पति हैरी के साथ सिल्वर ओक में रहने लगी, उसका पति भी सोने का बड़ा व्यापारी था. एक दिन वह कुछ दिनों के लिये बाहर गया, वहा से लौटा तो तो वह पागलो जैसी हरकते करने लगा. उसने अचानक थैले से रिवॉल्वर निकाली और अपनी पत्नी को मार दिया फिर उसने अपने आप को भी गोली मार लि.

लोगो ने पति पत्नी का झगड़ा समझकर उसे भुला दिया. मकान का अगला खरीददार विलयम्स नाम का एक शख्स था. वह एक बड़ी कंपनी का मालिक था. इस घर में रहने के कुछ समय बाद अपनी शादी की सालगिरह के अवसर पर एक बड़े भोज का आयोजन किया. इसमें उसने अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को आमंत्रित किया.

लेकिन सुबह पता चला सभी घर के लोग और मेहमानों में से कोई भी जीवित नही बचा. सिर्फ यही कहा गया कि शायद खाना जहरीला था. इसके बाद यह मकान ओक्स नामक व्यक्ति ने खरीदा, ओक्स एक पुरातत्व विभाग में अधिकारी था. एक रात उसने पुरे घर मे भयानक चेहरे देखे, जो भयानक आवाज में कुछ कह रहे थे.

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अगले दिन उसने अपने विभाग के कुछ दुसरे अधिकारियो के साथ मिलकर खोज-बीन शुरु कर दी. लेकिन सभी इस रहस्य का पता लगाने में असमर्थ रहे. ओक्स ने दूसरे ही दिन यह मकान छोड़ने का निश्चय किया और अपनी डायरी में लिखा, “यह घर इंसानों के रहने के लिये उचित नही है, यहां प्रेतात्माओ का निवास है.” उसी रात वह अपने कक्ष में मरा हुवा मिला.

बाद में दो साल बाद दो धनी मित्रो ने मिलकर इस मकान को ख़रीदा जैक और जैक्सन नाम के दो धनवान मित्र जिस दिन यहा रहने आये, उसी रात अगले दिन उनका एक रिश्तेदार उनसे मिलने आया. उन्होंने उससे रात की घटना के विषय में बताया, तो उसे भी बड़ा आश्चर्य हुआ. कुछ देर बाद जब वह बाहर जाने लगा, तो उसे लगा कोई उसका गला जोर से दबा रहा है और उसे चीखने भी नही दे रहा .

थोड़ी देर बाद उसका दिमाग सबकुछ भूलने लगा. वह उलजलूल हरकते करने लगा. जब उसे हॉस्पिटल ले जाया गया तब वह जोर जोर से चिल्लाने लगा बचावो बचावो. तभी उसकि मृत्यु हो गयी, जैक और जैक्सन भी उसी रात मरे हुये मिले. तबसे यह गुमनाम मौतों का घर एक शापित वास्तु पहचाना जाता है.

इस घटना के बाद काफी समय तक यह मकान खरीदने की हिम्मत किसी में नही हुई. काफी लंबे समय में बाद इसमें एक किरायेदार रहने आये, लेकिन एक सप्ताह बाद उस परिवार का बड़ा बुरा हश्र हुआ. शासन की ओर से इस मकान को अभिशप्त घोषित कर दिया गया, औऱ इसे गिरा दिया गया.

लेकिन आसपास के लोगों को इससे चीखने और रोने की आवाजें अक्सर आज भी सुनने को मिल जाती है. मौत के इस घर में गुमनाम मौतों का रहस्य आज तक बना हुआ है.

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