हम जिस संसार में रहते है, वह अनेको रहस्यमयी, कौतुहलपूर्ण और आश्चर्यजनक घटनाओ से भरा हुवा है. हर १०० में से ८० लोगो के बीच यह भूत प्रेत की कहानी चर्चित होती है. भूत प्रेतों की यह  घटनाये हर किसी को प्रभावित करती है. जिसके साथ यह घटनाएं घटती है वे इन पर यकीन करते है और इनका प्रचार करते है. कुछ लोग इन घटनाओ पर स्वभाव से विश्वास करते है, जब की कुछ लोग ऐसे भी होते है जो इन घटनाओ को कल्पना की उपज मानते है और इनके अस्तित्व को नकारते है.भूत प्रेत का रहस्य, Bhoot pret और घडियो का सच

भूत प्रेतों का अस्तित्व और घटनाये भी एसी श्रेणी मे आती है. शायद Bhut Pret के अस्तित्व को लेकर संसार मे जीतनी अधिक अटकले लगाई जाती है वह प्रचार किया जाता है, उतना किसी अन्य विषय पर नहीं. कही इन्हें सत्य माना जाता है तो कही कोरी और काल्पनिक बकवास मानते है. यु कहे जितने मुह उतनी बाते इस विषय पर होती है.

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बहरहाल भूत प्रेतों का अस्तित्व है या नहीं, यह एक बहस का एसा सब्जेक्ट है जिसका कोई निर्णय नहीं है. किन्तु जिन लोगो के साथ एसी घटनाये घटी है, वे इस विषय पर बहुत अधिक संवेदनशील है. इस ब्लॉग पर संसार भर से चुन-चुन कर ऐसे ही रहस्यमयी और भयानक किस्सों को संकलित किया गया है, जिसके बारे में लोगो का मानना है की यह घटनाये उनके साथ घटित हुयी है अथवा वह इस घटना के विटनेस (प्रूफ) है. यह हमने तो नही लिखी है लेकिन हमारे ऑथर्स द्वारा इनको संकलित किया गया है.

हमें अपने बड़े-बूढो से या किताबो मे भूत प्रेत की कहानी सुनने और पढ़ने को मिलती है. आजकल फिल्मो में बिल्ली, शेर आदि के भुत भी दिखाए जाते है. कभी-कभी भूत वस्तुओ के माध्यम से भी अपनी उपस्तिथि का आभास कराते है.

आज की भूत प्रेत की कहानी की घटना 19 वी सदी के प्रारंभ से जुडी है. इंग्लैंड के डूरम नगर में पिस ब्रीज के पास एक जार्ज होटल मे अलग-अलग ऑफिस था. दोनों के ऑफिस की दीवार पर एक-एक घडी लगी थी. इन घडियो के बारे मे यह माना जाता है की एक भाई के ऑफिस की घडी काफी समय से धीरे चल रही थी. जिस समय उस भाई की मौत हुयी, वह घडी उसी समय रुक गयी.

ठीक एसा ही दुसरे भाई के ऑफिस की घडी के साथ हुवा. जैसे ही दुसरे भाई की मौत 5 बजकर 55 मिनट पर हुयी, घडी रुक गयी. लाख ठीक कराने पर भी उसकी सुइया वहा से नही हिली, मानो वे दोनों घडिया उन भाइयो की जिंदगी के साथ ही चल रही थी.

एसी ही एक घडी डेनवर पोस्ट नामक समाचार पत्र के कार्यालय मे काम करनेवाली मिस हेलन बर्बा के पास है. पिछली पाच पीडियो से एसा होता आ रहा है की यह घडी जिस सदस्य के पास होती है, उसके मरने के वक्त वह उसी समय पर आकर रुक जाती है. उसके दादा चार्ल्स विलियम ६ बजकर १२ मिनट पर मरे तो घडी रुक गयी, फिर कभी चली ही नही.

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भूत प्रेत का रहस्य, Bhoot pret और घडियो का सच.दादा की घडी उनके छोटे भाई चार्ल्स हैरी ने ले ली, उनकी मृत्यु २ बजकर २५ मिनट पर हुयी, घडी ने अचानक वही समय दिखाना शुरू कर दिया. छोटे भाई डेनिस के साथ भी यही हुवा. बर्बा के पिता ने यह घडी मरम्मत के लिए दुकानदार को दे दी, मगर वह इसकी सुइया हिला ही नहीं पाया.

दुकानदार ने उसके सारे पुर्जे निकाल दिए, लेकिन वह यह देखकर आश्चर्य मे रह गया, की घडी बिना पुर्जे के भी अपने-आप सही सही समय दिखाने लगी. दुकानदार ने किसी रहस्यमयी ताकत से डरकर इसके मालिक को वह घडी वापस कर दी.

भूत की कहानिया प्रदर्शित करने का उद्देश कही से भी भुत और प्रेतों के अस्तित्व को सिद्ध करना या जन साधारण मे अंधविश्वास फैलाना नहीं है. इस ब्लॉग पर पब्लिश की जाने वाली सभी डरावनी कहानिया, किस्सों को रोचक शैली मे सरल हिंदी भाषा मे प्रस्तुत किया गया है, ताकि हर साधारण हिंदी पाठक भी इनका आनंद उठा सके.

भूत-प्रेत होते है या नहीं, इस विषय पर तो हम कुछ नही कह सकते और इसका निर्णय स्वयं आपके विवेक पर छोड़ देते है, लेकिन जो व्यक्ति इन्हें सच मानते है, उनके लिए यह डरावनी हिंदी कहानिया ज्ञानवर्धन का साधन बनेंगे और जो इस घटनाओ से सहमत नही है, उनके लिए भूत प्रेत की कहानिया सिर्फ मनोरंजन का माध्यम ही सिद्ध होंगे.

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इस प्रकार हम आशा करते है की हमारा यह भूतो की कहानिया का नया संकलन हमारे सभी प्रकार के पाठको की कसोटी पर खरा उतरेगा. अगर आपके पास भी इन्ही घटनाओ की तरह भूत प्रेत की घटनाओ से जुडी घटनाये घटित हो रही है या हो चुकी है तो आप हमसे जरुर साजा करे.

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